सच्ची सफलता और विफलता - Sachi Safalta Aur Vifalta | Hindi Moral Stories
रमेश और सुरेश जुड़वाँ भाई थे। वे बचपन से एक ही स्कूल में और एक ही कक्षा में पढ़ते थे। अब वे दोनों १० वि कक्षा के छात्र थे।
उनकी ही कक्षा में अनिकेत नाम का एक छात्र था जो बहुत ही अमीर परिवार से से था। एक दिन अनिकेत अपने जन्मदिन पर बहुत महंगा मोबाइल लेकर कर स्कूल आया। सभी उसे देख कर बहुत चकित थे। हर कोई उस मोबाइल के बारे में बातें कर रहा था, कि तभी कक्षा के एक छात्र ने अनिकेत से पुछा, “यार, ये इतना महंगा मोबाइल आपको किसने दिया?”
“मेरे भाई ने मुझे यह मोबाइल गिफ्ट किया है, कल ही वह विदेश से आया है।” अनिकेत अपना मोबाइल दिखते हुए बोला।
यह सुनकर कक्षा में सभी उसके भाई की तारीफ़ करने लगे, हर कोइ यही सोच रहा था कि काश उनका भी ऐसा कोई भाई होता। रमेश भी कुछ ऐसा ही सोच रहा था, उसने सुरेश से कहा, “काश हमारा भी कोई ऐसा भाई होता!”
पर सुरेश की सोच अलग थी, उसने कहा, “काश मैं भी ऐसा बड़ा भाई बन पाता!”
Moral of the story
हमारी सफलता और विफलता हमारे दृष्टिकोण पर काफी हद तक निर्भर करती है। हमारी सोच ही है जो हमे एक अच्छा व्यक्ति बनाती है।