कौआ और लोमड़ी - Crow And Fox | Hindi Moral Stories
एक समय की बात है... एक लोमड़ी ने एक कौए को अपनी चोंच में रोटी का एक टुकड़ा लेकर जाते देखा।
रोटी देखकर लोमड़ी के मुँह में पानी भर आया। वह रोटी की चाह में कौए के पीछे गई और कौए से रोटी झपटने का
उपाय सोचने लगी। कौआ रोटी लेकर पेड़ की एक टहनी पर बैठ गया।
लोमड़ी पेड़ के नीचे पहुंची। चापलूसी के अंदाज में उसने कौए से कहा, "राम – राम कौए भाई , आज क्या बात है...
बड़े अच्छे लग रहे हो... आँखों में नूर है, पंखों में गजब की चमक है... तुम तो पक्षियों के राजा हो... मेरे लिए गाना नहीं गाओगे...?"
कौआ अपनी प्रशंसा सुनकर प्रसन्न हो गया। वह फूला नहीं समा रहा था। इतराकर गाने के लिए ज्योंही उसने अपनी चोंच खोली..
रोटी का टुकड़ा जमीन पर गिर पड़ा। चालाक लोमड़ी ने उसे झट से उठा लिया और नौ दो ग्यारह हो गई।
Moral of the story
शिक्षा : चापलूसों से सावधान रहना चाहिए।