लंबू जिराफ
सुनो सुनो ओ लंबू जी,
बच्चों के साथी बन लो जी।
ताड़ जैसे हो लंबे जी,
गरदन जैसे खंभा जी।
कैसे चढ़े तुम पर जी,
कुछ तो छोटे हो लो जी।
बच्चों के साथी बन लो जी,
चढ़ा के अपनी पीठ पर जी।
सैर करा दो हम को जी,
अब जरा सा नाच दो जी।
गा कर मन बहला दो जी,
बच्चों के साथी बन लो जी।