मीठे आम
सुन्दर, सुन्दर मीठे आम
अच्छे, अच्छे, प्यारे आम
नहीं आम-सा कोई फल
खाओ इन्हें न छोड़ो कल
पके, गले, मुस्काते आम
मिलते ढ़ेरों सस्ते आम
लगड़ा, सेंदुरिया-मद्रासी
बम्बइया, तुकमी, बनारसी
रस से भरे दशहरी आम
खाओ अभी छोड़ सब काम
बुला रहे आमों के बाग
बीने इनको तड़के जाग
महकें बहुत सफेद आम
बच्चे देख रहे जी थाम
कोयल कूके अम्बुआ डाल
आम तोड़कर धर दें पाल
खाते नित जो प्यारे आम
वे पाते फल चारों धाम
कौन नहीं जो खाता आम
किसे नहीं है भाता आम
तृप्ति और सुख मिले तमाम
तेरे सुने हजारों नाम
सुन्दर, सुन्दर मीठे आम
अच्छे, अच्छे प्यारे आम