दवाई खाती
बिल्लो नहीं दवाई खाती,
कैसे होगी ठीक।
सारे दिन आती रहती है,
जोर-जोर से छींक।
बंदरिया उसको समझाती,
डांटा करती हैै।
पर बंदरिया से भी बिल्लो,
जरा न डरती है।
बिल्लो नहीं दवाई खाती,
कैसे होगी ठीक।
सारे दिन आती रहती है,
जोर-जोर से छींक।
बंदरिया उसको समझाती,
डांटा करती हैै।
पर बंदरिया से भी बिल्लो,
जरा न डरती है।